राजस्थान में अनुभव और नई ऊर्जा का सामजंस्य, क्या हैं इसके सियासी मायने ?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को तीसरी बार राजस्थान के सीएम की कमान सौंपी गई है. उनके साथ पीसीसी चीफ सचिन पायलट 'को-पायलट' की भूमिका निभाएंगे. सचिन पायलट राजस्थान के डिप्टी सीएम होंगे. पार्टी ने सीएम पद के लिए उभरे गतिरोध को दूर करने के लिए अनुभव और नई ऊर्जा का सामजंस्य बैठाते हुए दोनों को ये भूमिका सौंपी है. पायलट को गृह और वित्त समेत पांच बड़े महकमों की जिम्मेदारी दी जा सकती है. इसके साथ ही लोकसभा चुनाव तक उनके प्रदेश अध्यक्ष बने रहने की संभावनाएं भी जताई जा रही है. कांग्रेस के दोनों दिग्गजों को पार्टी की ओर से दी गई भूमिका के पीछे का क्या है सियासी मायने ? गहलोत और पायलट की इन भूमिकाओं के जरिए कांग्रेस आगे क्या सियासी समीकरण साधना चाहती है ? देखिए पर्दे के पीछे का क्या रहा परिदृश्य.

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