
सत्ता के समर में राजनीति की पहली सीढ़ी चढ़कर पार्षद बनने वाले पार्षद अब पार्षदी छोड़कर विधायक बनना चाह रहे हैं. और विधायकी करने के लिए जोड़-तोड़ में लगे हैं. जुगाड़ भी ऐसा लगा रहे हैं कि मौजूदा चुनाव में टिकट मिल गया तो मानो विधायक बनकर जनता की सारी समस्याओं का तुरंत निपटारा कर देंगे. टिकट के दावेदारों में छोटे से लेकर प्रदेशस्तर तक का नेता और कार्यकर्ता आला नेताओं से अपने लिए टिकट की जुगाड़ में लगा हुआ है. टिकट चाहने वालों में शहरी सरकार के पार्षदों की एक लंबी लाइन देखी जा रही है. और यह पार्षद अपने सियासी अनुभव का बायोडेटा हर उस नेता को बांट रहे हैं जो टिकट दिलवाने में अहम भूमिका निभा सकता है.
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