जोधपुरी पगड़ी पर चढ़ रहा सियासी रंग

जोधपुरी पगड़ी की अपनी धमक होती है लेकिन अब इस पर भी सियासत का रंग चढ़ रहा है. अलग-अलग सियासी रंगों वाली ये पगड़ी अब हर पार्टी के कार्यकर्ताओं के सिर पर नजर आने वाली है. यूं तो सिर पर 'सवा सेर सूत' बांधने की परंपरा राजस्थान में पुरातन काल से चली आ रही है. लेकिन पिछले कुछ सालों से चुनाव के मौसम में यहां के पाग, पेंचा, साफा, फेंटा और पोतिया सियासी रंग चढ़ाने का रिवाज भी शुरू हो गया है. चुनावी मौसम आते ही इस बार भी पगड़ी बनाने वालों ने अलग-अलग पार्टियों के लिए अलग-अलग कलर और ऑर्डर के हिसाब से पगड़ी और साफा बनाने का काम शुरू कर दिया है. सियासी पार्टियां रैली में लोगों को आमंत्रित करने और वोट मांगने जाने के लिए टोपी की जगह पगड़ी और साफों को तरजीह दे रही हैं जोधपुरी पगड़ी की डिमांड पूरी दुनिया में है. शादी का मौसम भी आनेवाला है. ऐसे में पगड़ी बनाने वालों का काम काफी बढ़ गया है ताकि शादी और सियासी रैलियों दोनों की डिमांड पूरी की जा सके.

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