रसोई में पाई जाने वाली यह लकड़ी कई बीमारियों का काल, सर्दी-जुकाम में है कारगर

दालचीनी छोटे पेड़ की सूखी छाल से बनाया जाती है. इसका पेड़ हमेशा हरा-भरा रहता है. इससे सुगंध आती है. पेड़ से छाल को उतारने के बाद इसे सुखाया जाता है. इसके बाद इसका रंग भूरा हो जाता है. इसे खाने के लिए एक इंच दालचीनी के टुकड़े को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उठकर इस पानी को छान लें और फिर इसका सेवन करें.

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