
कलयुग में भी श्रवण (Shravan ) जैसा बेटा पैदा होता है. यह साबित कर दिखाया राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर जिले (Barmer) के छोटू गांव के खुमाराम नाई ने. खुमाराम अपनी 85 वर्षीय दिव्यांग मां (Divyang mother) को उसकी रामदेवरा (Ramdevra) की पैदल यात्रा की इच्छा पूरी करने के लिए उसे हाथ ठेले (Hand cart) में लिटाकर घर से रवाना हो गया.
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