
राजपथ के पिछले एपिसोड में रियासतों के विलय के बाद आप रूबरू हुए थे राजस्थान की पहली लोकप्रिय सरकार के गठन और पहले मुख्यमंत्री के चयन की कहानी से. आज देखिए एक पत्रकार, कवि और जोधपुर प्रजामंडल के आंदोलनकारी की कहानी, रियासतें उसके अखबार से कांपती थी और अभिनय उसके जीवन का अभिन्न अंग था. वो राजनीति छोड़ अभिनय के लिए निकल पड़ा था. बीकानेर के तत्कालीन महाराजा इस शख्स को पसंद नहीं करते थे लेकिन उसकी नेतृत्व क्षमता पर उन्हें इतना भरोसा था कि इस शख्स को प्रदेश का नेतृत्व देने के पक्ष में आ खड़े हो गए थे. कौन था अभिनय को जीने वाला यह शख्स? कैसे बना राजस्थान का मुखिया?
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