
पुष्कर मेला अपनी तीन विशेषताओं के लिए अलग ही पहचान रखता है. रेतीले धोरों में सरपट दौड़ लगाते रेगिस्तानी जहाज ऊंट की सवारी के लिए विदेशी मेहमानों में होड़ रहती है, तो वहीं सांस्कृतिक विरासत को समेटे पुष्कर की आध्यात्मिक महत्वता भी सभी तीर्थों से बढ़कर है.
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